Makar Rashi Trigrahi Yog 2023 : ज्योतिष शास्त्र में किसी एक राशि में कई ग्रहों की युति को कुछ राशियों के लिए लाभकारी माना गया है और कुछ राशियों के लिए अशुभ फलदायी। वर्ष 2023 के प्रथम माह जनवरी में मकर राशि में शनि, शुक्र व सूर्य युति बनने जा रही है। वर्तमान में शुक्र और शनि मकर राशि में विराजमान हैं। सूर्य 14 जनवरी को धनु राशि मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। 29 दिसंबर 2022 को शुक्र भी मकर राशि में प्रवेश कर गए. जबकि, शनि पहले से ही अपनी राशि मकर में मौजूद हैं. मकर राशि में 3 राशियों के विराजमान होने से त्रिग्रही योग का निर्माण होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह योग काफी प्रभावकारी माना जाता है.
जानें मकर राशि में तीन बड़े ग्रहों की युति किन राशि वालों का बंद किस्मत का ताला खोलेगी-
कन्या राशि– कन्या राशि के जातकों का मकर संक्रांति से बंद किस्मत का ताला खुल सकता है। कन्या राशि के पंचम भाव में त्रिग्रही योग बनेगा। जन्मकुंडली में पांचवां भाव संतान, प्रेम विवाह व उच्च शिक्षा का माना गया है। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। संतान की ओर से अच्छी खबर मिल सकती है। अविवाहितों के लिए विवाह प्रस्ताव आ सकते हैं।
तुला राशि– तुला राशि के जातकों को मकर राशि में बनने वाले त्रिग्रही योग से अपार सफलता मिलने के योग हैं। भूमि-भवन से जुड़े मामलों में अच्छी खबर मिल सकती है। निवेश के लिए समय अनुकूल है। वाहन, भूमि व भवन की खरीदारी कर सकते हैं। नौकरी पेशा करने वाले जातकों को नौकरी के नए अवसर मिल सकते हैं। व्यापारियों को मुनाफा होगा।
धनु राशि– धनु राशि के जातकों के लिए मकर राशि में सूर्य, शनि व शुक्र ग्रह की युति किसी वरदान से कम नहीं है। इस दौरान आपका भाग्योदय हो सकता है। कार्यों में आने वाली समस्याएं खत्म होंगी। आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। व्यापारियों के व्यापार को गति मिलेगी। यात्रा के योग बन रहे हैं।
अति शुभ महायोग में मकर संक्रांति 2023, दान से 12 राशियों पर बरसेगी सूर्य कृपा, धन-धान्य की नहीं होगी कमी
15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन चार शुभ योगों के कारण महायोग बन रहा है. मकर राशि में शुक्र, शनि और सूर्य मिलकर त्रिग्रही योग का निर्माण कर रहे हैं. इण्डिया एस्ट्रोलॉजी फाउंडेशन के ज्योतिर्विद श्यामा गुरुदेव का कहना है कि इस साल मकर संक्रांति पर सुकर्मा योग, शश योग, सुनफा योग और वाशी योग बन रहे हैं और इस दिन चित्रा नक्षत्र है. इन योगों से निर्मित महायोग में आप स्नान और दान करके महापुण्य प्राप्त कर सकते हैं और राशि अनुसार दान करके धन-धान्य से मालामाल हो जाएंगे.
मकर संक्रांति 2023 राशि अनुसार दान
मेष: इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल है. मकर संक्रांति के दिन मेष राशि के जातकों को स्नान और सूर्य पूजा के बाद मसूर दाल, लाल कपड़ा, तांबा, लाल फूल आदि का दान देना चाहिए.
वृषभ: आपकी राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है. आप लोगों को मकर संक्रांति के दिन चावल, दूध, सफेद कपड़े, चांदी आदि का दान करना चाहिए.
मिथुन: इस राशि के लोगों को मकर संक्रांति के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए. किसी गरीब ब्राह्मण को हरे वस्त्र, हरी मूंग, हरी सब्जियां आदि दान करना चाहिए. आपके स्वामी ग्रह बुध हैं.
कर्क: आपकी राशि के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं. मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा के बाद आप चावल, चांदी, सफेद वस्त्र, दूध आदि का दान कर सकते हैं.
सिंह: सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य हैं. आप पूजा के बाद गरीबों को गेहूं, नारंगी वस्त्र, गुड़, सूर्य चालीसा, लाल चंदन, लाल फूल आदि का दान करें.
कन्या: मिथुन की तरह ही बुध कन्या राशि के भी स्वामी ग्रह हैं. आपको सूर्य आराधना के बाद हरे फल, हरी सब्जियां, हरे वस्त्र, कांसे के बर्तन आदि का दान करना चाहिए.
तुला: आपकी भी राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं. मकर संक्रांति के अवसर पर आपको सुगंधित पदार्थ इत्र, सफेद वस्त्र या शुक्र से जुड़ी वस्तुओं का दान करना चाहिए.
वृश्चिक: मंगल आपकी राशि के स्वामी हैं. आप भी मकर संक्रांति पर मेष राशि की तरह लाल वस्त्र, लाल फूल, मसूर, लाल मूंगा आदि का दान कर सकते हैं.
धनु: आपकी राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं. आप मकर संक्रांति के दिन पीले कपड़े, पीतल, सोना, हल्दी या कोई धार्मिक पुस्तक का दान करें.
कुंभ: यह भी शनि देव का घर है. कुंभ राशिवालों को मकर संक्रांति पर सूर्य पूजा के बाद कंबल, काले कपड़े, काला तिल आदि दान करना चाहिए.
मीन: आपकी राशि के स्वामी ग्रह गुरु हैं. आप मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा करके पीले कपड़े, गीता या विष्णु सहस्रनाम की पुस्तक, पीतल आदि का दान करें.
मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा सभी राशि के जातक करें और उसके बाद दान के लिए गुड़, काला तिल और अपनी राशि अनुसार कोई एक वस्तु लेकर श्रद्धापूर्वक दान कर दें.
मकर: इस राशि के स्वामी शनि देव हैं और इसमें ही सूर्य का प्रवेश होगा. इस दिन आप सूर्य और शनि देव की पूजा के बाद काले तिल, कंबल, शनि चालीसा आदि का दान करें.
मकर संक्राति पर दान की बड़ी महिमा है। मंदिरों में ब्राह्मणों को संत महात्मा, गुरुजन, गरीबों और जरूरतमंदों को आवश्यक वस्तुएं या भेंट देना पुण्य बढ़ाता है। संक्रांति पर पक्षियों को दाना डालें और गोवंशी को हरी घास खिलाएं। ऊनी कपड़ों का दान भी देने का महत्व है।
मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त
महापुण्य काल मुहूर्त :- 07:15:13 से 09:15:13 तक
सूर्य देव 14 जनवरी की रात 8.43 पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिसका पुण्यकाल 15 जनवरी रविवार को रहेगा। सूर्य का उत्तरायण शुभ माना गया है,
15 जनवरी को मकर संक्रांति पर सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 46 मिनट तक मकर संक्रांति का पुण्यकाल रहेगा. महापुण्य काल मुहूर्त :- 07:15:13 से 09:15:13 तक
इस अवधि में स्नान, दान-धर्म के कार्य बहुत ही शुभ माने जाते हैं. चूंकि मकर संक्रांति का पर्व रविवार के दिन पड़ रहा है तो इससे त्योहार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि यह वार सूर्य देव को ही समर्पित है. इसके अलावा, इस दिन दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा और दोपहर 02 बजकर 16 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 58 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा.
खरमास का होगा समापन
मकर संक्रांति के साथ ही खरमास का भी समापन हो जाएगा. पिछले महीने सूर्य के धनु राशि में जाने से खरमास लग गया था. खरमास में शादी, विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. ऐसे में मकर संक्रांति के साथ ही शुभ और मांगलिक कार्यों पर लगी पाबंदी भी हट जाएगी…