Gorochan - गोरोचन-धन-संपत्ति-सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए गोरोचन के चमत्कारिक लाभ

Gorochan – गोरोचन  गौ माता द्वारा प्रदान की गयी एक अद्भुत व दिव्य सामग्री है | इसके प्रयोग से किसी भी व्यापार और नौकरी में न केवल सफलता प्राप्त की जा सकती है बल्कि डूबे हुए व्यापार को पुनः ऊंचाई पर ले जाया जा सकता है|

गोरोचन दरअसल एक ऐसी सिद्ध वस्तु है जिसका उपयोग अनेक कर्मों में किया जाता है। धन, संपत्ति, सुख, समृद्धि, जमीन में गड़े धन का पता लगाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रयोग वशीकरण में किया जाता है। इसका तिलक करने से तीव्र वशीकरण और आकर्षण प्राप्त होता है।

गोरोचन क्या है ? कैसा होता है ? गोरोचन की पहचान - क्या सिद्ध किया हुआ गोरोचन मिल सकता है ?

गोरोचन क्या है

 

गोरोचन जान्तव द्रव्यों में सबसे विशिष्ट , उपयोगी एवं दुर्लभ औषधि है | वस्तुतः इसका नाम ‘गोपित्त’है, यानी कि गाय का पित्त. लोग इसे इस्तेमाल करने के लिए इसका पाउडर भी बना लेते हैं।

आज कल बाजार में गोरोचन के नाम पर ठगी बढती ही जा रही है. पूजा – पाठ के लिए पंसारी की दुकान पर मिलने वाली गोरोचन का इस गोरोचन से दूर तक कोई सम्बन्ध नहीं है. बाजार में मिलने वाली गोरोचन का निर्माण गाय के पित्त में कैल्शियम और रंग देकर किया जाता है. आज कल बाजार मॆ दस बीस रुपये मॆ नकली गोरोचन बहुत बिक रहा है , असली गोरोचन से हम लोग बहुत दूर होते है ,गोरोचन गाय के अंदर बहुत ही कम मात्रा में होता है,

 

गोरोचन कैसा होता है ?

 

गोरोचन का रंग हल्का सा लालिमा लिए हुए पीले रंग का अथवा हल्का स्लेटी कलर मॆ कुछ मटमेले रंग जैसा होता है और यह गोल तिकोने अथवा छोटे छोटे दाने के आकार का होता है.  एक सुगन्धित पदार्थ होता है। इसे देख लगता है जैसी कि ये एक मोम की तरह जमा हुआ है, जो बाद मे कंकड़ की तरह सख्त हो जाता है।

 

गोरोचन का प्रयोग और महत्व

 सुनने मे ये काफी अजीब लगता है पर पूजा-पाठ से लेकर तंत्र-मंत्र मे इसके इस्तेमाल का एक अलग स्थान है। इसके बारे मे ये भी कहा जाता है कि ये जिस जगह भी होता है, या जिस भी व्यक्ति के पास होता है उसके पास देवी शक्ति रहती है और इसकी गंध या स्पर्श से नकारात्मक शक्ति या अन्य दोष दूर रहते है।

 

गोरोचन दरअसल एक ऐसी सिद्ध वस्तु है जिसका उपयोग अनेक कर्मों में किया जाता है। धन, संपत्ति, सुख, समृद्धि, जमीन में गड़े धन का पता लगाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रयोग वशीकरण में किया जाता है। इसका तिलक करने से तीव्र वशीकरण और आकर्षण प्राप्त होता है।

 

क्या इसे सिद्ध करना आवश्यक है ?

शुद्ध गोरोचन स्वयं-सिद्ध होता है. इसे किसी और तरह से सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है.

यह बात इसलिए स्पष्ट कर रहे हैं, क्योंकि बहुत से लोग हमसे कई अन्य वस्तुएं – जैसे रुद्राक्ष, रत्न, श्रीयंत्र, सियार-सिंघी, हत्था-जोड़ी, आदि लेते समय पूछते हैं, कि “क्या यह सिद्ध किया हुआ है ?”

नील कंज लोचन भव मोचन। भ्राजत भाल तिलक गोरोचन

बिकट भृकुटि सम श्रवन सुहाए। कुंचित कच मेचक छबि छाए॥

 

भावार्थ

 

प्रभु श्रीराम के बालस्वरूप का वर्णन करते हुए काकभुशुण्डि जी गरुड़ जी से कहते हैं कि नीले कमल के समान प्रभु राम के नेत्र जन्म-मृत्यु के बंधन से छुड़ाने वाले हैं। ललाट पर गोरोचन का तिलक सुशोभित है। भौंहें टेढ़ी हैं, कान सम और सुंदर हैं, काले और घुँघराले केशों की छबि छा रही है।

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कैसे करते हैं गोरोचन का उपयोग

 

    • जिस रविवार को पुष्य नक्षत्र हो उस दिन नहाकर अपने पूजा स्थान में बैठकर सोना या चांदी की कटोरी, डिबिया या छोटे पात्र में गोराचन रखकर इसका पंचोपचार पूजन करें। इसके बाद दो मंत्रों का एक-एक माला जाप करना होता है। ये मंत्र हैं :
    • ऊं शांति शांत: सर्वारिष्टनाशिनि स्वाहा:
    • ऊं श्रीं श्रीयै नम:

इन दोनों मंत्रों की एक-एक माला जाप करने के बाद इसे चांदी की डिबिया में भरकर सुरक्षित रख लें।

 

किन कार्यों में होता है प्रयोग

 

गोरोचन के अनेक उपयोग हैं जिनमें से सबसे ज्यादा प्रचलित उपयोग वशीकरण का है। यदि आप अपने आकर्षण प्रभाव में वृद्धि करना चाहते हैं। आप चाहते हैं कि लोग आपसे प्रभावित रहें। आपकी बात सुनें। आप किसी स्त्री या पुरुष को अपने वशीभूत करना चाहते हैं तो गोरोचन के साथ सिंदूर और केसर को बराबर मात्रा में मिलाकर एक चांदी की डिबिया में भरकर रख लें। प्रतिदिन सूर्योदय के समय इसका तिलक करने से आपके वशीकरण प्रभाव में जबर्दस्त तरीके से वृद्धि होगी। हर व्यक्ति आपकी बात मानने लगेगा।

 

आर्थिक स्थिति सुधारने और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए गोरोचन को एक चांदी की डिबिया में भरकर अपने पूजा स्थान में रखें और रोज देवी-देवताओं की तरह इसकी भी पूजा करें। इससे घर में बरकत आने लगती है। घर में यदि कोई वास्तु दोष है तो वह दूर हो जाता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

 

घर में कोई सदस्य बीमार है तो रविवार या मंगलवार के दिन एक छोटा चम्मक गुलाब जल में थोड़ा सा गोरोचन मिलाकर उस व्यक्ति को पिला दें। गोरोचन का तिलक प्रतिदिन बीमार व्यक्ति को लगाएं तो जल्द ही वह स्वस्थ होने लगेगा।

 

मिर्गी या हिस्टीरिया के मरीज को गुलाबजल में थोड़ा गोराचन घिसकर तीन दिन तक पिलाने से रोग में आराम मिलता है। लेकिन यह प्रयोग किसी जानकार की देखरेख में ही करें।

 

समस्त कामनाओं की पूर्ति के लिए गोरोचन को रवि पुष्य नक्षत्र में पंचोपचार पूजन कर चांदी या तांबे के ताबीज में भरकर अपने गले में धारण कर लें। इससे कार्यों में आने वाली बाधाएं समाप्त होंगी और सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

 

गोरोचन की स्याही बनाकर इससे भोजपत्र पर मोरपंख की कलम से सिद्ध बीसा यंत्र लिखकर पंचोपचार पूजन करके चांदी के ताबीज में बांधकर अपने पास रखें। इससे आर्थिक संकट दूर हो जाता है।

 

कुछ तांत्रिक लोग गोरोचन का प्रयोग जमीन में गड़ा धन पता करने के लिए भी करते हैं। इसके लिए अमावस्या की रात्रि में निर्जन स्थान पर गोरोचन को विशेष साधना के जरिए सिद्ध किया जाता है। फिर विशेष पद्धति से इसका काजल बनाया जाता है। जो व्यक्ति उस काजल को अपनी आंख में लगाता है उसमें जमीन में दबा धन पता करने की शक्ति आ जाती है।

 

केले में गोरोचन मिलाकर लेप बनाएं और इसे मस्तक पर लगाने से आकर्षण शक्ति प्राप्त होती है।

गोरोचन के विभिन्न लाभदायक उपयोग

आर्थिक स्थिति सुधारने और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए गोरोचन को एक चांदी की डिबिया में भरकर अपने पूजा स्थान में रखें और रोज देवी-देवताओं की तरह इसकी भी पूजा करें। इससे घर में बरकत आने लगती है।

 

घर में यदि कोई वास्तु दोष है तो वह दूर हो जाता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। घर में कोई सदस्य बीमार है तो रविवार या मंगलवार के दिन एक छोटा चम्मक गुलाब जल में थोड़ा सा गोरोचन मिलाकर उस व्यक्ति को पिला दें। गोरोचन का तिलक प्रतिदिन बीमार व्यक्ति को लगाएं तो जल्द ही वह स्वस्थ होने लगेगा।

 

मिर्गी या हिस्टीरिया के मरीज को गुलाबजल में थोड़ा गोराचन घिसकर तीन दिन तक पिलाने से रोग में आराम मिलता है। लेकिन यह प्रयोग किसी जानकार की देखरेख में ही करें।

समस्त कामनाओं की पूर्ति के लिए गोरोचन को रवि पुष्य नक्षत्र में पंचोपचार पूजन कर चांदी या तांबे के ताबीज में भरकर अपने गले में धारण कर लें। इससे कार्यों में आने वाली बाधाएं समाप्त होंगी और सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

 

गोरोचन की स्याही बनाकर इससे भोजपत्र पर मोरपंख की कलम से सिद्ध बीसा यंत्र लिखकर पंचोपचार पूजन करके चांदी के ताबीज में बांधकर अपने पास रखें। इससे आर्थिक संकट दूर हो जाता है।

 

कुछ तांत्रिक लोग गोरोचन का प्रयोग जमीन में गड़ा धन पता करने के लिए भी करते हैं। इसके लिए अमावस्या की रात्रि में निर्जन स्थान पर गोरोचन को विशेष साधना के जरिए सिद्ध किया जाता है। फिर विशेष पद्धति से इसका काजल बनाया जाता है। जो व्यक्ति उस काजल को अपनी आंख में लगाता है उसमें जमीन में दबा धन पता करने की शक्ति आ जाती है।

 

केले में गोरोचन मिलाकर लेप बनाएं और इसे मस्तक पर लगाने से आकर्षण शक्ति प्राप्त होती है।

 

गोरोचन का प्रयोग अधिकाँश वशीकरण व सम्मोहन के लिये तिलक के रूप में बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है। सिध्द गोरोचन से तिलक करने से इष्टदेव की कृपा होती है और पितृ दोष समाप्त होता है और देव कृपा बनी रहती है।

 

 सवा दो ग्राम शुद्ध गोरोचन और सवा दो ग्राम काली गंधक को पीले रेशमी कपड़े में बाँधकर लाभ के चौघडिया मे शुक्रवार के दिन चाँदी डिब्बी में गल्ले अथवा तिजोरी में रखने से व्यापार अपूर्व तेजी से चलने लगता है।

 

शुद्ध गोरोचन पीले कपड़े में बाँधकर अपने पास रखने से सम्मोहन शक्ति बढ़ती है और निरंतर धन का आवागमन होता रहता है और कर्ज से मुक्ति मिलती है।

 

 पूर्णमासी के दिन सिध्द गोरोचन को पीस कर चन्दन और केसर मिलाकर तिलक करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो होती है,और गजब की सम्मोहन शक्ति बढ़ती है ।

 

यदि व्यर्थ ही समाज के लोग आपसे नफरत करते है और आपको हानि पहुँचाना चहाते है आपके सभी काम धंधो मे रुकावटे पेदा करते है तो आप पूर्णमासी के दिन सवा दो ग्राम गोरोचन और 1 ग्राम काली सल्फर और ग्राम कामिया सिंदूर तीनो को बारीक पीसकर किसी भी सम्मोहन मंत्र से अभिमंत्रित करके अपने मस्तक पर तिलक लगाये फिर देखो वही समाज आपका कितना सम्मान करता है ये तिलक सेल्समैन और बड़े उध्योग पतियो के लिये बहुत ही लाभदायक है ।

 

 शुद्ध गोरोचन कस्तूरी और काली गंधक को किसी किसी रेशमी रूमाल में बाँधकर अपने पास रखने से गजब की आकर्षण शक्ति बढ़ती है दुश्मन भी सर झुकाकर चलता है और व्यापार में वृध्दि होती है.

 

यदि बार बार किसी के रिश्ते मे रुकावटे आती है शादी नहीं हो रही है तो शुक्ल पक्ष मे गुरुवार को सवा दो ग्राम गोरोचन किसी पीले कपड़े मे या चाँदी के ताबीज मे शुभ या लाभ के चौघडिया मे सीधी बाजू अथवा गले मे धारण कराये तो 6 महीने रिश्ता पक्का हो जायेगा ।

 

यदि कोई लड़का लड़का लड़की एक दूसरे प्रेम करते है और शादी करना चहाते मगर किसी कारण से आपसी बात नही बन पा रही है तो सवा दो ग्राम गोरोचन और एक ग्राम ब्लेक सल्फर दोनो को पूर्णमासी के दिन किसी सम्मोहन मंत्र से अभिमंत्रित करके बारीक पीसकर आधा चाँदी के ताबीज भरके गले मे धारण करे और शेष बचे हुये पाउडर से मस्तक पर तिलक करे और शुक्रवार बुधवार पूर्णमासी को अवश्य मिलते रहे तो कुछ ही समय मे दोनो एक दूसरे के जीवन साथी बन जाते है ।

 

सवा दो ग्राम शुद्ध गोरोचन और सवा ग्राम केशर को पीस कर पूर्णमासी के दिन वशीकरण मंत्र से अभिमँत्रित कर आधा चूर्ण चाँदी के ताबीज में धारण करने से अथवा तिलक करने से जबर्दस्त वशीकरण होता है ।

 

यदि बार बार आपकी नौकरी मे रुकावट आ रही हो बार बार इंटरव्यू मे फेल हो रहे तो सवा ग्राम गोरोचन पीले रेशमी कपड़े मे गुरुवार को सूर्योदय के वक्त अपनी सीधी भुजा पर बाँधे सुबह सुबह शाम 15 /15 बूँद गोरोचन कल्प आधा कप पानी मे डालकर पिये 6 महीने मे सभी समस्याये समाप्त हो जायेगी ।

 

अगर आपका व्यापार कुछ दिन चलने के बाद स्वतः बंद हो जाता है या व्यापार में कम चलता है अन्य कोई बाधा आ रही है तो आप पूर्णमासी के दिन शुद्ध गोरोचन किसी सम्मोहन मंत्र से अभिमंत्रित करके तिलक करते हैं,तो आपका व्यापार मॆ बहुत ही तेजी के साथ प्रगति होती है ।

 

यदि कोई शत्रु अनावश्यक परेशान करता है सवा ग्राम शुद्ध गोरोचन एक ग्राम ब्लेक सल्फर शत्रु की फोटो के साथ शनिवार को रात्रि 9 बजे पीपल की जड़ के नीचे दवादे कुछ ही समय में शत्रुता स्वयं समाप्त हो जायेगीं ।

 

अगर आप किसी भूत प्रेत की बाधा से परेशान हैं तो आप दुर्गा शप्तशती के सिध्द मंत्र – सर्वबाधा विनिर्मुक्तौ — से शुद्ध गोरोचन को अभिमंत्रित कर किसी ताबीज मॆ डालकर अपने गले मॆ धारण करे तो निशिचित रूप से सभी ब्याधियो का नाश हो जाता है । सुबह शाम 15 / 15 बूंद गोरोचन कल्प आधा कप पानी डालकर पिलाये 24 घंटे लाभ दिखाना शुरू हो जायेंगा ।

 

यदि घर परिवार मे कोई व्यक्ति बार बार बीमार पड़ जाता है काफी इलाज कराने पर भी बीमारी पीछा नही छोड़ती है सवा दो ग्राम शुद्ध गोरोचन चाँदी या स्वर्ण के ताबीज मे शुक्रवार शुक्ल पक्ष मंगल बार को अमृत के चौघडिया मे रोगी के गले मे धारण कराये धीरे धीरे रोग स्वत चला जायेगा ।

 

अगर बार बार आपको व्यापार मे हानि हो रही है तो पूर्णमासी के दिन सवा दो ग्राम गोरोचन और सवा दो ग्राम लाभ के चौघडिया मे अपने गल्ले के अंदर रखे ।

 

इससे धीरे धीरे आपका व्यापार बहुत तेजी के साथ गतिमान हो जायेगा. अगर घर मॆ पति पत्नी के बीच बहुत ज्यादा ग्रह क्लेश रहता है तो दोनो किसी सिध्द वशीकरण करण मंत्र से गोरोचन को अभिमंत्रित कर इसका तिलक करे तो धीरे धीरे गृह क्लेश समाप्त हो जाता है यदि ग्रह क्लेश ज्यादा है सुबह शाम 15 / 15 बूंद गोरोचन कल्प आधा कप पानी डालकर पिलाये 24 घंटे लाभ दिखाना शुरू हो जायेंगा ।

 

सिध्द गोरोचन का प्रयोग आप तिलक के रूप मे करने हजारो समस्याओ को हल कर देता है इससे गजब की सम्मोहन शक्ति बढ़ती है ।

 

अगर कोर्ट कचहरी मे पति पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा है और आप नही चहाते कि दोनो के बीच मे तलाक हो तो आप सवा दो ग्राम गोरोचन 1 ग्राम काला सल्फर और 1 कामिया सिंदूर तीनो को पूर्णमासी के दिन बारीक पीसकर तिलक बनाले और किसी भी सिध्द सम्मोहन मंत्र से अभिमंत्रित करके कोर्ट जाते वक्त तिलक लगाये निश्चित रूप से तलाक रुक जायेगा अगर कामिया सिंदूर उपलब्ध ना हो तो काला सल्फर और गोरोचन भी काफी लाभदायक होता है ।

 

यदि आपकी गाड़ी का बार बार एक्सीडेंट होता है या गाड़ी ठीक से नही चलती है तो शुक्ल पक्ष मंगल बार को सवा दो ग्राम गोरोचन किसी लाल रेशमी रूमाल लाभ के चौघडिया चर लग्न मे गाड़ी के अंदर रखे इससे ना तो कभी गाड़ी का एक्सीडेंट होगा और ना वह गाड़ी कभी आपको हानि पहुँचायेगी ।

 

अगर निरंतर व्यापार मे घाटा हो रहा हो तो पूर्णमा के सवा दो ग्राम गोरोचन और सवा ग्राम ब्लेक सल्फर लेकर 31बार श्री शूक्त के द्वारा अभिमंत्रित करके किसी लाल या पीले रेशमी रूमाल मे बाँधकर गुरुवार को गल्ले मे तो व्यापार मे बहुत प्रगति होती है और बँधा हुआ व्यापार भी खुल जाता है ।

 

अगर कोई व्यक्ति घर से रूठ कर भाग गया हो तो आपके किसी बगैर धुले कपड़े सवा ग्राम गोरोचन गुरुवार को रखकर किसी भारी भारी पत्थर के नीचे दवा दे वह व्यक्ति अगर जिंदा है तो बहुत जल्दी घर वापस आ जायेगा ।

 

अगर परिवार मे कोई व्यक्ति अकारण ही क्लेश करता है मारपीट तोड़ फोड़ करता है बात बात पर गुस्सा करता है गाली ग्लौज करता है जिससे घर परिवार मे कोई बड़ा हादसा होंने कि उम्मीद बनी रहती है तो ऐसे व्यक्ति को आप गोरोचन कल्प की 15/15 बूँद सुबह शाम आधा कप पानी डालकर खाली पेट दे आप 24 घँटे मे उस व्यक्ति के जबर्दस्त परिवर्तन देखेगे ।

 

यदि बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं खेल कूद में लगा रहता है सवा ग्राम शुद्ध गोरोचन शुक्ल पक्ष में सोमवार के दिन चाँदी के ताबीज में उसके गले में धारण कराये यदि बच्चा ज्यादा ही मंद बुध्दि है तो आप उसे गोरोचन कल्प की 10 /10 बूँद सुबह शाम आधा कप पानी डालकर खाली पेट दे आप 24 घँटे मे उस व्यक्ति के जबर्दस्त परिवर्तन देखेगे ।

 

यदि बार बार कोई व्यक्ति घर में झगड़ा या मारपीट करता है उसे सुबह शाम 15 / 15 बूंद गोरोचन कल्प आधा कप पानी में दे और 24 घंटे में चमत्कारी प्रभाव देखें ।

 

कोई भी प्रयोग करने से पूर्व संबंधित विद्वान से संपर्क अवश्य करे ।

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