Diwali 2023:, Diwali 2023 Date

Diwali 2023: धनतेरस से भाई दूज तक, दिवाली की तारीख और महत्व

Diwali 2023: धनतेरस से भाई दूज तक, दिवाली की तारीख और महत्व

Diwali 2023:, Diwali 2023 Date

Diwali 2023: दिवाली की विशेषताएँ: दिवाली का त्यौहार बहुत विशेष माना गया है. इस दिन को सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है. हिंदू धर्म में जो भी पर्व हैं वे कहीं न कहीं हमारी खेतीबाड़ी से भी जुड़े हैं. कार्तिक मास में  खरीफ की फसलें तैयार हो जाती हैं, ये समय इन फसलों को काटने का है. यही कारण है कि देश के किसान इस पर्व को समृद्धि से जोड़कर देखते हैं. दिवाली का पर्व हिंदुओं के लिए महत्व नहीं रखता है. Diwali 2023: 

 

सिख धर्म के लोगों के लिए भी विशेष महत्व रखता है. इस दिन को बंदी छोड़ दिवस के रूप में भी मनाते हैं. इसी दिन मुगल बादशाह जहांगीर को सिखों के छठवें गुरू गुरू हरगोबिंद सिंह की रिहाई हुई थी.  Diwali 2023: गुरु हरगोबिंद सिंह जी दिवाली के दिन 52 राजाओं को जहांगीर की कैद से आजाद कराकर अकाल तख्त साहिब (अमृतसर) पहुंचे थे. इस दिन अमृतसर शहर को दीयों से सजाया गया था. Diwali 2023:

Diwali 2023: धनतेरस 2023- कार्तिक त्रयोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. धनतेरस से ही दिवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस पर लक्ष्मी जी और कुबेर भगवान की विशेष पूजा की जाती है. इस दिन घर, मकान, भूमि़, कार, बाइक, बर्तन, सोना, आभूषण आदि चीजों की खरीदारी का विशेष महत्व है.Diwali 2023: 

 

Diwali 2023: छोटी दिवाली 2023- दिवाली के पर्व का ये विशेष त्यौहार है. छोटी दिवाली पर धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा नहीं होती है. मान्यता अनुसार इस दिन माता काली, भगवान श्रीकृष्ण और यमराज की पूजा की जाती है

 

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दिवाली 2023- इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा और साधना की जाती है. दिवाली की रात निशिता काल में की जाती है. इस वर्ष दिवाली पर निशिता काल का समय रात 11:39- 13 नवंबर 2023 से प्रात: 12:32 तक रहेगा.

 

गोवर्धन पूजा 2023- भगवान कृष्ण ने ब्रज के रहने वालों को भयंकर बारिस से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया था, जिस कारण से सभी की रक्षा हुई. सातवें दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन को नीचे रखा और गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने के लिए कहा, मान्यता है कि तभी से यह उत्सव अन्नकूट और गोवर्धन पूजा के नाम से मनाया जाने लगा.

 

भाई दूज 2023- कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ये पर्व मनाया जाता है. ये पर्व भाई-बहन को समर्पित है. एक पौराणिक कथा के अनुसार इस पर्व की शुरुआत यमुना जी ने की थी. यमुना और यमराज ये दोनों ही सूर्य देव की संतान हैं. यमराज अपनी बहन से बहुत प्यार करते थे.कहा जाता है कि भाई दूज के दिन अगर भाई यमुना नदी में स्नान करते हैं, तो उन्हें यमराज के प्रकोप से मुक्ति मिल जाती है. भाई दूज के दिन 5 दिनों तक चलने वाले दिवाली उत्सव का समापन भी हो जाता है.

 

Diwali 2023: दिवाली पर लक्ष्मी जी कैसे आएगी?- दिवाली का पर्व सुख-समृद्धि का पर्व है. हिंदू धर्म में लक्ष्मी जी को वैभव की देवी बताया गया है. इस दिन लक्ष्मी जी की विशेष पूजा की जाती है. लक्ष्मी जी धन की देवी हैं, इस दिवाली पर ऐसा क्या करें जिससे मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त हो, जानते हैं-Diwali 2023:

 

घर की सफाई : दिवाली से पहले घरों की साफ-सफाई करने की परंपरा है. इसका अपना एक वैज्ञानिक महत्व भी है. लक्ष्मी जी के बारें में शास्त्रों में बताया गया है कि मां लक्ष्मी उसी स्थान पर निवास करती हैं या जाना पसंद करती हैं जहां पर स्वच्छता का पूरा ध्यान दिया जाता है.Diwali 2023:

 

घर की दिवारों को रंग से सजाएं: दिवाली के अवसर पर घरों की दिवारों पर नया कलर किया जाता है.Diwali 2023:

 

दिवाली पर रंगोली: दिवाली पर झालरों से घरों का सजाया जाता है. फूल पत्तियों से सजावट होती है. कंदील लगाए जाते हैं. सुंदर रंगोली बनाई जाती है. दिवाली पर रंगोली बनाने की परंपरा पुरानी है. इसका वास्तु से भी नाता है.Diwali 2023:

 

कलश स्थापना: दिवाली पर लक्ष्मी जी की पूजा शुरू करने से पहले कलश की स्थापना का भी विधान है. चावल के बीच में एक तांबा, पीतल या चांदी का कलश रखें. 3/4 कलश में पानी भरें और उसमें गेंदे का फूल, चावल के कुछ दाने. एक धातु का सिक्का और 1 साबुच सुपारी रखें. कलश के मुख पर पांच आम के पत्ते रखें. इन आम के पत्तों पर हल्दी की एक छोटी प्लेट रखें और हल्दी से कमल का फूल बनाएं.Diwali 2023:

 

लक्ष्मीगणेश की मूर्ति: दिवाली पर लक्ष्मी जी पूजा के दौरान लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति या चित्र को चौकी के केंद्र में रखें. ध्यान रखें कि मूर्ति को कलश के दक्षिण-पश्चिम दिशा में ही रखें. इसके बाद लक्ष्मी जी के सामने चावल की एक छोटी सी थाली रखें और चावल पर हल्दी से कमल का फूल बनाएं. साथ ही सिक्के, नोट, सोने की गिन्नी आभूषण आदि रख सकते हैं. Diwali 2023:

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